भारतीय लोकतंत्र और एकता का प्रतीक
लाँग ड्राइंग रूम

लाँग ड्राइंग रूम

लाँग ड्राइंग रूम (एलडीआर) जैसा कि इसका नाम है राष्ट्रपति भवन का एक सम्मेलन कक्ष जहां राष्ट्रपति राज्यपालों/उपराज्यपालों के वार्षिक सम्मेलन आयोजित किया करते हैं। इस कक्ष को माननीय राष्ट्रपति द्वारा चयनित समूहों और संगठनों के साथ बैठक के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। गणतंत्र मंडप के समीप अवस्थित इस लाँग ड्राइंग रूप में दो दरवाजे हैं जो नॉर्थ ड्राइंग रूम और साउथ ड्राइंग रूम के दोनों ओर के गलियारे में खुलते हैं।

लाँग ड्राइंग
लाँग ड्राइंग 2

फिरोजी हरे रंगों से सुसज्जित लाँग ड्राइंग रूम चार बड़े दर्पणों से सजा हुआ है जो दो दरवाजों पर एक ओर टंगे हुए हैं। सम्मेलनों और बैठकों के लिए आधुनिक सजावट से युक्त चार एलईडी स्क्रीन भी इस कक्ष में लगाए गए हैं।

राष्ट्रपति भवन के कमरों में पेंटिंग्स सजावट का एक प्रमुख हिस्सा हैं। चार पेंटिंग्स में जो इसके निर्माण के समय के दौरान राष्ट्रपति भवन के लिए विशेष रूप से मंगाई गई थी, फोर्ट सेंट जॉर्ज और मद्रास रोड, फोर्ट विलियम इन बंगाल दोनों ऑलिवर हॉल कृत, द इंवेंशन ऑफ प्रिंटिंग प्रेस विवियन फोर्ब्सकृत तथा द क्रिएशन ऑफ मैन हैं। जबकि बाद वाली दो पेंटिंग राष्ट्रपति भवन लाइब्रेरी में रखी गई हैं। पहली दो तैल पेंटिंग 1774 के मद्रास और फोर्ट सेंट विलियम की पृष्ठभूमि सहित बहती हुई हुगली नदी की हैं जो ताक के ऊपर लाँग ड्राइंग रूम में हैं। वास्तव में द लाइफ ऑफ सर एडविन लुट्येन्स में यह देखा गया है कि ‘आवास के अंदर कोई भी दो ताक एक जैसी नहीं हैं।’

पेंटिंग्स