आयताकार उद्यान राष्ट्रपति भवन के सबसे निकट है। यह कहा जाता है कि उद्यान की वृहद ज्यामितीय अभिकल्पना की सराहना भवन के प्रथम मंजिल से ही की जा सकती है। उत्तर और दक्षिण से दो समानांतर जलधाराएं एक दूसरे को काटती हुई पूर्व से पश्चिम की ओर जाती हैं। ये जल की धाराएं उद्यान को वर्गाकार वृत्त में विभक्त करती हैं। इन जलधाराओं के मिलन स्थल पर बलुआ पत्थर के फव्वारे जिनका आकार विक्टोरिया रेगिया लिलि से प्रेरित है, में 12 फुट तक के जल जेट लगे हुए हैं। उद्यान के चारों ओर करीने से मौलश्री वृक्ष लगाए गए हैं।